Step 1: Understanding the Concept: यह प्रश्न पुरातत्व में उपयोग की जाने वाली एक वैज्ञानिक डेटिंग तकनीक, कार्बन-14 विधि, की व्याख्या करने के लिए कह रहा है।
Step 2: Detailed Explanation: कार्बन-14 (C-14) विधि, जिसे रेडियोकार्बन डेटिंग भी कहा जाता है, पुरातात्विक अवशेषों की आयु निर्धारित करने की एक वैज्ञानिक तकनीक है।
- सिद्धांत: यह विधि इस सिद्धांत पर आधारित है कि सभी जीवित प्राणियों (पौधों और जानवरों) में कार्बन का एक स्थिर समस्थानिक (कार्बन-12) और एक रेडियोधर्मी समस्थानिक (कार्बन-14) एक निश्चित अनुपात में मौजूद होता है।
- प्रक्रिया: जब कोई जीव मर जाता है, तो वह वायुमंडल से कार्बन लेना बंद कर देता है। इसके बाद, उसके शरीर में मौजूद कार्बन-14 एक ज्ञात और स्थिर दर (अर्ध-आयु लगभग 5,730 वर्ष) से क्षय होने लगता है, जबकि कार्बन-12 स्थिर रहता है।
- आयु का निर्धारण: वैज्ञानिक किसी पुराने जैविक अवशेष (जैसे हड्डी, लकड़ी, कोयला) में कार्बन-12 और कार्बन-14 के अनुपात को मापकर यह गणना कर सकते हैं कि उस जीव की मृत्यु कितने समय पहले हुई थी।
Step 3: Final Answer: संक्षेप में, कार्बन-14 विधि एक ऐसी तकनीक है जो जैविक अवशेषों में कार्बन-14 के क्षय को मापकर उनकी आयु का पता लगाती है।