स्पष्टीकरण:
बिलावल थाट का मध्यम स्वर (म) यदि तीव्र मध्यम (तीव्र म) में परिवर्तित किया जाए तो कल्याण थाट बनता है।
- बिलावल थाट एक प्रमुख थाट है, जिसमें शुद्ध स्वर प्रयोग होते हैं। इसका स्वरूप आनंदपूर्ण और सरल होता है, जो इसे आध्यात्मिक और प्राकृतिक बनाता है।
- इस थाट में मध्यम स्वर (म) का प्रयोग सामान्यत: शुद्ध (म) होता है, जो राग को एक स्थिर और संतुलित ध्वनि देता है।
- यदि मध्यम स्वर को तीव्र मध्यम (तीव्र म) में परिवर्तित कर दिया जाता है, तो राग का स्वरूप बदलकर कल्याण थाट बन जाता है। तीव्र मध्यम का प्रयोग राग में चमक और तेज़ी जोड़ता है, और इसे कल्याण थाट की पहचान प्रदान करता है।
- कल्याण थाट में तीव्र मध्यम (तीव्र म) का प्रयोग राग को गंभीर और भावनात्मक रूप से गहरा बना देता है, जो इसे एक अद्वितीय और शांतिपूर्ण राग के रूप में प्रस्तुत करता है।
इस प्रकार, बिलावल थाट का मध्यम स्वर (म) यदि तीव्र मध्यम (तीव्र म) में परिवर्तित किया जाए तो कल्याण थाट बनता है, जो इसे एक नया और विशिष्ट स्वरूप प्रदान करता है।