अपनी बात चटपट कहो और अपनी राह लो। (रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद लिखिए!)
वाक्य: अपनी बात चटपट कहो और अपनी राह लो।
रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद:
यह एक संयुक्त वाक्य है क्योंकि इसमें दो स्वतंत्र वाक्यांश ‘अपनी बात चटपट कहो’ और ‘अपनी राह लो’ को ‘और’ संयोजक शब्द द्वारा जोड़ा गया है।
प्रत्येक वाक्यांश अपने आप में पूर्ण अर्थ रखता है, परंतु दोनों को जोड़कर यह वाक्य अधिक प्रभावशाली और सार्थक बन जाता है।
संयुक्त वाक्य का प्रयोग अभिव्यक्ति को संक्षिप्त और सुगम बनाने के लिए किया जाता है, जिससे विचारों को सरलता से प्रस्तुत किया जा सके।
शहनाई की जादुई आवाज का असर हमारे सिर चढ़कर बोलने लगता है । (मिश्र वाक्य में बदलिए)
यदि कल्याण की भावना से नाता टूट जाए तो वह संस्कृति नहीं रह जाएगी । (रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद का नाम लिखिए)
जो बातें वाला रहा है, वे पिताजी के मित्र हैं । (आश्रित उपवाक्य छाँटकर उसका भेद भी लिखिए)
खतरनाक रास्ते होने के कारण हम मौन हो गए । (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
सफल खिलाड़ी का कोई निशाना खाली जाता। (मिश्र वाक्य में बदलिए!)