मान लीजिए हम राग यमन में छोटा ख़्याल लिख रहे हैं। राग यमन का गायन रात्रि के दूसरे प्रहर में किया जाता है और इसमें शुद्ध माध्यम और तीव्र गंधार का प्रयोग होता है।
राग यमन में छोटा ख़्याल (आठ मात्राओं में):
\[
\text{आरोह: सा रे ग म प ध नी सा'}
\]
\[
\text{अवरोह: सा' नी ध प म ग रे सा}
\]
ताल: तीनताल (ठांह लय में)
तान 1:
\[
\text{सा रे ग म | प ध नी सा | सा' नी ध प | म ग रे सा}
\]
तान 2:
\[
\text{सा रे ग म | प ध नी सा | सा' नी ध प | म ग रे सा}
\]