स्पष्टीकरण:
करीम ख़ाँ आगरा घराने के प्रसिद्ध संगीतकार थे, जिन्होंने इस घराने की शैली को विकसित किया।
- करीम ख़ाँ ने आगरा घराने को शास्त्रीय संगीत की संगीतमयी विरासत में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। उनके संगीत में गंभीरता, भावनात्मक गहराई, और उत्साही लय का अनोखा मिश्रण था, जिसने इस घराने को पहचान दिलाई।
- आगरा घराना भारतीय शास्त्रीय संगीत में अपनी स्वर तकनीक, तान की प्रस्तुति, और लय की विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। करीम ख़ाँ के द्वारा की गई संगीत रचनाएँ और गायन की विशिष्ट शैली ने इस घराने को और अधिक प्रतिष्ठित किया।
- करीम ख़ाँ का गायन ख्याल, द्रुपद, और तराना जैसे विभिन्न रूपों में था, और उन्होंने इन शैलियों को अपनी आवाज़ और अभिव्यक्ति के साथ नया रूप दिया। उनके संगीत में गहरे भाव और स्वर नियंत्रण की विशेषता थी, जो उनके गायन की विशिष्टता को दर्शाता था।
करीम ख़ाँ का योगदान आगरा घराने को शास्त्रीय संगीत में एक उच्च स्थान पर स्थापित करने में अहम था। उनके बाद, आगरा घराना आज भी भारतीय शास्त्रीय संगीत में अपनी दृढ़ पहचान बनाए हुए है।
इस प्रकार, करीम ख़ाँ आगरा घराने के प्रसिद्ध संगीतकार थे, जिन्होंने इस घराने की शैली को विकसित किया और उसे भारतीय शास्त्रीय संगीत में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।