पूर्ति फलन \(q_s=f(P,\,\text{cost},\,T)\) को एक फर्म के लिए लिखें तो वह व्यक्तिगत पूर्ति है। एक उद्योग में \(n\) फर्में हों तो बाजार पूर्ति \(Q_s(P)=\sum_{i=1}^n q_{si}(P)\) होगी; ग्राफ पर यह क्षैतिज जोड़ से बनता है। नई फर्म का प्रवेश, पुरानी का निकास, तकनीक और लागत में बदलाव बाजार पूर्ति वक्र को दाएँ‑बाएँ खिसकाते हैं। व्यक्तिगत वक्र का ढाल प्रायः धनात्मक है क्योंकि कीमत बढ़ने पर लाभ‑प्रेरणा से उत्पादन बढ़ता है। नीतिगत कर‑सब्सिडी जैसी चीजें भी लागत बदलकर दोनों वक्रों को प्रभावित करती हैं। इसलिए उद्योग‑स्तर के विश्लेषण में हमेशा क्षैतिज योग का सिद्धान्त लागू करें।