यह फलन तकनीकी दक्षता का मानचित्र है: किसी भी इनपुट‑समुच्चय के लिए यह अधिकतम सम्भव आउटपुट बताता है। अल्पकाल में \(Q=f(L;K)\) जैसा रूप लेते हैं जहाँ \(K\) स्थिर है; यहाँ चर के प्रतिफल का नियम लागू होता है और सीमांत उत्पाद पहले बढ़ता फिर घटता है। दीर्घकाल में \(Q=f(L,K)\) में सभी कारक परिवर्ती होते हैं, और पैमाने के प्रतिफल—बढ़ते, स्थिर, घटते—देखे जाते हैं। सम इसो क्वांट और सम लागत रेखा के स्पर्श से लागत‑न्यूनतम संयोजन मिलता है। यह फलन फर्म के लागत फलन का मूल स्रोत है क्योंकि लागत = इनपुट की कीमतें × उनकी मात्राएँ।