Question:

सेव्-धातोः' लट्-लकारे प्रथमपुरुषैकवचने किं रूपं भवति ?

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संस्कृत में धातुओं को परस्मैपदी और आत्मनेपदी में बांटा गया है। दोनों के प्रत्यय अलग-अलग होते हैं। 'सेव्', 'लभ्', 'मुद्', 'वृत्' जैसी धातुएँ आत्मनेपदी हैं, इनके अंत में सामान्यतः 'ते', 'एते', 'अन्ते' आदि लगते हैं।
Updated On: Sep 9, 2025
  • असेवत
  • सेवेते
  • सेवते
  • सेवताम्
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The Correct Option is C

Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Concept:
यह प्रश्न 'सेव्' (सेवा करना) धातु के 'लट् लकार' (वर्तमान काल) के 'प्रथम पुरुष' (अन्य पुरुष / Third Person) के 'एकवचन' रूप के बारे में है। 'सेव्' धातु एक आत्मनेपदी धातु है।
Step 2: Detailed Explanation:
आत्मनेपदी धातुओं के लट् लकार में प्रत्यय इस प्रकार जुड़ते हैं:

प्रथम पुरुष (Third Person): -ते, -एते, -अन्ते
मध्यम पुरुष (Second Person): -से, -एथे, -ध्वे
उत्तम पुरुष (First Person): -ए, -वहे, -महे
प्रश्न में प्रथम पुरुष, एकवचन का रूप पूछा गया है, जिसके लिए '-ते' प्रत्यय का प्रयोग होता है। अतः, 'सेव्' धातु में '-ते' प्रत्यय जोड़ने पर 'सेवते' रूप बनता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:

असेवत: यह लङ् लकार (भूतकाल), प्रथम पुरुष, एकवचन का रूप है।
सेवेते: यह लट् लकार, प्रथम पुरुष, द्विवचन का रूप है।
सेवताम्: यह लोट् लकार (आज्ञार्थक), प्रथम पुरुष, एकवचन का रूप है।
Step 3: Final Answer:
अतः, 'सेव्' धातु का लट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन में रूप 'सेवते' होता है।
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