पूर्ण प्रतिस्पर्धा में सभी फर्में समरूप (एक जैसे) उत्पाद बेचती हैं, जिससे खरीदारों को ब्रांड के आधार पर भेदभाव नहीं दिखाई देता। परिणामस्वरूप एक फर्म का माँग वक्र पूर्ण लोचदार होता है और फर्म मूल्य-स्वीकारी बनती है। एकाधिकार में उत्पाद का कोई न कोई भेद या विशिष्टता मौजूद रहती है।
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Top Questions on Forms of Market and Price Determination