लाभ‑अधिकतम संतुलन के लिए आवश्यक (first‑order) शर्त \(MR=MC\) है। पर्याप्त (second‑order) शर्त—उस बिंदु पर \(MC\) बढ़ती (उर्ध्वमुख) हो, अर्थात \(MC\) वक्र \(MR\) को नीचे से काटे। केवल \(MR=MC\) कह देने से अधिकतम/न्यूनतम में भेद स्पष्ट नहीं होता।
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