चरण 1: पर्यावरण-नीति की परिभाषा।
पर्यावरणीय नीतिशास्त्र नैतिकता की वह शाखा है जो प्राकृतिक जगत के प्रति हमारे कर्तव्यों/मूल्यों की चर्चा करती है—किसे नैतिक महत्व दें और क्यों। इसमें विभिन्न नॉर्मेटिव दृष्टियाँ आती हैं।
चरण 2: प्रमुख केन्द्रित धारणाएँ।
(क) मनुष्य-केन्द्रित (Anthropocentric): प्रकृति का मूल्य मुख्यतः मानव हित/कल्याण के संदर्भ में (स्वास्थ्य, संसाधन, भावी पीढ़ियाँ)।
(ख) पशु-केन्द्रित (Zoocentric): संवेदनशील जीवों के दुःख-सुख को नैतिक कसौटी बनाना—पशु अधिकार/कल्याण।
(ग) जीवन-केन्द्रित (Biocentric/Ecocentric): सभी जीवन रूपों या सम्पूर्ण पारितंत्र (प्रजाति, नदी, वन) को आत्म-मूल्य देना—मानव हित से परे भी नैतिक मान।
चरण 3: निष्कर्ष।
पर्यावरण-नीति एक ही केन्द्र पर सीमित नहीं; उपर्युक्त तीनों प्रकार की दृष्टियों का अध्ययन/प्रयोग करती है। इसलिए उपयुक्त उत्तर (4) इनमें से सभी है।