भावार्थ:
कई समुदायों में मातुल नामकरण/विवाह-वार्ता/दीक्षा में प्रमुख; भांजे-भांजी के साथ विशेष स्नेह/जिम्मेदारी।
सामाजिक कार्य:
मातृपक्ष का समर्थन-नेटवर्क, सामरिक संतुलन, संपत्ति/पालन-पोषण पर निगरानी; आपसी भेंट/उपहार से संबंध स्थिर।
भिन्नताएँ:
कहीं प्रतीकात्मक, कहीं निवास/उत्तराधिकार तक प्रभाव; आधुनिक शिक्षा/शहरीकरण से रूपांतरित पर अनुष्ठानों में मौजूद।