चरण 1: हठ विवाह का अर्थ। 
हठ विवाह (जिसे पकड़/अपहरण विवाह या marriage by capture भी कहा जाता है) वह रूप है जिसमें वर पक्ष लड़की को बलपूर्वक या प्रतीकात्मक रूप से ''कब्ज़ा'' कर विवाह की रस्में पूरी करता है। यह सहमति-आधारित आधुनिक विवाह से भिन्न, पारंपरिक सामुदायिक रीति है। 
चरण 2: समाजशास्त्रीय संदर्भ। 
भारत के कई जनजातीय समुदायों—जैसे गोंड, हो, मुंडा, संथाल, कोरकू आदि—में कुछ क्षेत्रों/उपसंस्कृतियों में हठ/पकड़ विवाह के रूप मिलते हैं। इनमें अक्सर बाद में कुटुम्बों के बीच समन्वय, दहेज़/दण्ड (ब्राइड-प्राइस) और सामुदायिक स्वीकृति की प्रक्रियाएँ जुड़ी होती हैं। 
चरण 3: अन्य विकल्प क्यों नहीं। 
हिन्दू, मुस्लिम और सिख समाज के विधि-सम्मत विवाह-रूप सहमति, साक्षी और धार्मिक-सांस्कृतिक संस्कारों पर आधारित हैं; हठ/पकड़ जैसी प्रथा उनकी मुख्यधारा में मान्य नहीं। अतः सही उत्तर जनजातीय समाज है।