रेशम एक प्राकृतिक रेशा है जो खुद में मुलायम, चिकना और लचीला होता है। इसकी यह विशेषता इसे स्वाभाविक रूप से सुंदर और चमकदार बनाती है, इसलिए रेशम को इस्त्री करने के लिए किसी अतिरिक्त कठोरता की आवश्यकता नहीं होती। रेशम के कपड़े बिना स्टार्च के भी अपने स्वाभाविक रूप और बनावट को बनाए रखते हैं।
इसके विपरीत, उनी, लिनन, और सूती कपड़े अक्सर स्टार्च किए जाते हैं। स्टार्च के उपयोग से इन कपड़ों की कठोरता बढ़ जाती है, जिससे वे अधिक स्थिर रहते हैं और उनकी बनावट बनी रहती है। स्टार्च के कारण इन कपड़ों का इस्त्री करना भी सरल होता है, क्योंकि यह कपड़े को ज्यादा मजबूत और आकार में बनाए रखने में मदद करता है।
- उनी कपड़े में स्टार्च का उपयोग उनकी कठोरता बढ़ाने और जटिल संरचनाओं को बनाए रखने के लिए किया जाता है।
- लिनन और सूती कपड़े भी विशेष रूप से अधिक दृढ़ और कम झुर्रीदार बनाने के लिए स्टार्च से उपचारित होते हैं।
इसलिए, रेशम के मुकाबले अन्य कपड़े जैसे ऊन, लिनन, और सूती में स्टार्च की आवश्यकता होती है ताकि उनकी विशेषताएँ और उपयोगिता बनी रहे।