पूर्ण प्रतिस्पर्धा में एक फर्म इतनी छोटी होती है कि उसके उत्पादन से बाजार-कीमत प्रभावित नहीं होती। इसलिए फर्म को क्षैतिज माँग वक्र मिलता है जहाँ \(AR=MR=P\) स्थिर रहता है। अन्य बाजार रूपों में फर्म को नीचे ढलान वाला माँग वक्र मिलता है और \(MR<AR\) होता है।