थाइरॉक्सिन हार्मोन हृदय की धड़कन को उत्तेजित करता है। यह हार्मोन थाइराइड ग्रंथि द्वारा स्रावित होता है और शरीर के मेटाबोलिज़्म को नियंत्रित करता है।
थाइरॉक्सिन का प्रभाव हृदय की धड़कन पर विशेष रूप से देखा जाता है। इसके उच्च स्तर से हृदय की धड़कन तेज हो सकती है, जिससे शरीर में ऊर्जा की खपत बढ़ती है। इसका कारण यह है कि थाइरॉक्सिन शरीर के कोशिकाओं में ऑक्सीजन का उपयोग बढ़ाता है और इसके साथ ही ऊर्जा की आवश्यकता भी बढ़ जाती है।
इस हार्मोन के असंतुलित स्तर से हृदय गति में असामान्य परिवर्तन हो सकते हैं, जैसे कि तेज़ या धीमी धड़कन, जो शरीर के समग्र स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं। इसलिए थाइरॉक्सिन के स्तर का संतुलन शरीर के सामान्य कार्य और हृदय की सही धड़कन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।