Question:

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच की दुश्मनी जानी जाती है

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'शीत युद्ध' शब्द का प्रयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि इसमें सीधे तौर पर हथियारों का प्रयोग नहीं हुआ, बल्कि तनाव, प्रचार और प्रॉक्सी युद्धों का माहौल बना रहा।
  • रंगभेद की नीति के रूप में
  • शीत युद्ध के रूप में
  • गुट निरपेक्षता की नीति के रूप में
  • गर्म युद्ध के रूप में
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Verified By Collegedunia

The Correct Option is B

Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Concept:
यह प्रश्न द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दो महाशक्तियों - अमेरिका और सोवियत संघ - के बीच चले लंबे वैचारिक और राजनीतिक संघर्ष को दिए गए नाम की पहचान करने के बारे में है।
Step 2: Detailed Explanation:
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, दुनिया दो प्रमुख शक्ति गुटों में विभाजित हो गई: एक का नेतृत्व पूंजीवादी संयुक्त राज्य अमेरिका कर रहा था और दूसरे का नेतृत्व साम्यवादी सोवियत संघ। इन दोनों के बीच सीधे सैन्य संघर्ष के बजाय वैचारिक, राजनीतिक, आर्थिक और छद्म युद्धों (proxy wars) का दौर चला।
इस तनावपूर्ण दुश्मनी को शीत युद्ध (Cold War) के रूप में जाना जाता है क्योंकि दोनों महाशक्तियों के बीच कभी भी सीधा "गर्म युद्ध" (यानी प्रत्यक्ष सैन्य टकराव) नहीं हुआ। यह दौर लगभग 1947 से 1991 (सोवियत संघ के विघटन तक) चला।
Step 3: Final Answer:
अमेरिका और सोवियत संघ के बीच की दुश्मनी को शीत युद्ध के रूप में जाना जाता है।
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