चिकित्सकीय नीतिशास्त्र की समीक्षात्मक व्याख्या करें।
Step 1: मूल ढाँचा.
(1) भलाई—रोगी हित सर्वोच्च; (2) अनिष्ट-निवारण—हानि न करना; (3) स्वायत्तता—रोगी का अधिकार/सहमति; (4) न्याय—समतामूलक पहुँच और निष्पक्षता।
Step 2: व्यावहारिक द्वन्द्व.
ICU बेड/ऑक्सीजन जैसे वितरण-निर्णय, मानसिक स्वास्थ्य में क्षमता-आकलन, जीन-एडिटिंग/IVF में दीर्घकालिक जोखिम, महामारी में जन-हित बनाम निजता—ये परिदृश्य सूक्ष्म संतुलन माँगते हैं।
Step 3: प्रक्रियात्मक साधन.
एथिक्स कमेटी, SOPs, सूचित सहमति के सुस्पष्ट फॉर्म, डेटा-गवर्नेंस, व्हिसलब्लोअर सुरक्षा, निरन्तर प्रशिक्षण—नीति को क्रियान्वित करते हैं।
Step 4: समालोचनात्मक बिन्दु.
सिर्फ चार-तत्त्व पर्याप्त नहीं; गुण-नीति (करुणा, सत्यनिष्ठा), सामुदायिक न्याय, सांस्कृतिक संदर्भ भी जोड़े जाएँ। AI-निर्णयों में स्पष्टीकरणीयता और जवाबदेही अनिवार्य।