Step 1: Understanding the Concept:
यह प्रश्न 1857 के भारतीय विद्रोह के विभिन्न व्याख्याओं और इतिहासकारों द्वारा दिए गए नामों से संबंधित है।
विभिन्न विद्वानों ने इस विद्रोह को अलग-अलग दृष्टिकोणों से देखा है, जैसे 'सिपाही विद्रोह', 'स्वतंत्रता का प्रथम संग्राम', या 'राष्ट्रीय विद्रोह'।
Step 2: Detailed Explanation:
(A) कार्ल मार्क्स: प्रसिद्ध जर्मन दार्शनिक और अर्थशास्त्री कार्ल मार्क्स ने न्यूयॉर्क डेली ट्रिब्यून में अपने लेखों में 1857 के विद्रोह का विश्लेषण किया था। उन्होंने इसे केवल एक सिपाही विद्रोह नहीं माना, बल्कि इसे भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक "राष्ट्रीय विद्रोह" (National Revolt) की संज्ञा दी।
(B) लारेन्स: सर जॉन लॉरेंस जैसे ब्रिटिश अधिकारियों ने इसे मुख्य रूप से एक 'सिपाही विद्रोह' (Sepoy Mutiny) माना, जिसका कारण सैनिकों की शिकायतों तक ही सीमित था।
(C) सावरकर: विनायक दामोदर सावरकर ने अपनी पुस्तक "The Indian War of Independence of 1857" में इस विद्रोह को 'भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम' कहा। हालांकि यह 'राष्ट्रीय विद्रोह' के समान है, लेकिन "राष्ट्रीय विद्रोह" शब्द का सीधा श्रेय कार्ल मार्क्स और बेंजामिन डिजरायली (जो विकल्प में नहीं हैं) को दिया जाता है।
(D) इनमें से कोई नहीं: चूंकि कार्ल मार्क्स ने इसे राष्ट्रीय विद्रोह कहा है, यह विकल्प गलत है।
Step 3: Final Answer:
प्रश्न में पूछे गए विशिष्ट शब्द "राष्ट्रीय विद्रोह" का प्रयोग कार्ल मार्क्स ने किया था। इसलिए, विकल्प (A) सही उत्तर है।